बेंगलुरु, कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस के एक विधायक ने बीच सदन में शर्ट उतारने की अजीबोगरीब हरकत की। इसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए स्पीकर ने 12 मार्च तक के लिए निलंबित कर दिया। स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने कांग्रेस एमएलए बी के संगमेश के इस हरकत को ‘अभद्र’ और ‘अपमानजनक’ करार दिया। संसदीय कार्य मंत्री बसवराज बोम्मई ने उन्हें निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पारित किया, जिसे सदन ने ध्वनि मत से पास कर दिया।
यह घटना तब हुई जब स्पीकर द्वारा शुरू किए गए ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर चर्चा के खिलाफ कांग्रेस के सदस्य सदन के वेल में आकर विरोध कर रहे थे। स्पीकर के पोडियम के बगल में खड़े कांग्रेस विधायक ने तभी अपनी कमीज उतार दी और नारे लगाते हुए उसे अपने कंधे पर रख लिया।
स्पीकर ने अपनी कुर्सी से कांग्रेस विधायक को ऐसा करते हुए देखा तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आप क्या कर रहे हैं…. सिद्धारमैया (विपक्ष के नेता) आपकी पार्टी ने लंबे समय तक शासन किया, जिस तरह से आपके सदस्य आचरण कर रहे हैं, क्या यह व्यवहार करने का तरीका है? इससे किसी का सम्मान नहीं होगा। इस तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। एमएलए को बाहर भेजने की चेतावनी दी।”
इस मुद्दे पर राज्य कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार और अन्य पार्टी सहयोगियों ने संगमेश को शर्ट पहनने के लिए प्रेरित किया और इसमें उनकी मदद भी की।
संगमेश के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी देते हुए, स्पीकर ने उन्हें ठीक से व्यवहार करने की नसीहत दी। साथ ही कहा कि उनका आचरण भद्रावती के निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के प्रति अपमानजनक है। क्या यह व्यवहार करने का तरीका है? … क्या आप सड़कों पर हैं? क्या सदन आपके लिए एक मजाक बन गया है? यदि आप किसी चीज का विरोध करते हैं, तो उसे अपनी जगह से व्यक्त करें। आपका आचरण अपमानजनक और गैर जिम्मेदाराना है।” यह कहते हुए उन्होंने सदन को 15 मिनट के स्थगित कर दिया।
इसके बाद जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई स्पीकर ने संगमेश के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू की। उनका नाम लेते हुए कहा कि वह इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसके बाद बोम्मई ने 12 मार्च तक विधायक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया। हालांकि कांग्रेस सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई। सिद्धारमैया ने निलंबन को एकतरफा करार दिया और कहा कि हम सभी (कांग्रेस विधायकों) को भी बाहर रखें।
बाद में विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए, संगमेश ने अपनी कार्रवाई का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा था। मुझे और क्या करना चाहिए, अगर मुझे न्याय नहीं मिलता है? मैंने गुंडागर्दी जैसे गलत काम नहीं किया है। मैं जाकर पूछूँगा कि मुझे क्यों निलंबित किया गया?
विधायक ने यह भी कहा कि उन्होंने स्पीकर को उनके और परिवार के सदस्यों के खिलाफ दर्ज ‘झूठे अत्याचार” और “हत्या के प्रयास” के मामलों के बारे में पत्र दिया था, लेकिन उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने दावा किया कि मामले राजनीति से प्रेरित थे क्योंकि भाजपा उन्हें भद्रावती में हराने में ‘असमर्थ’ थी।