बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने वाले विनय दुबे गिरफ्तार

नई दिल्ली, कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने के ऐलान के बाद मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने वाले आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज आरोपी विनय को आज स्थानीय कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पुलिस का मानना है कि आरोपी विनय ने ही प्रवासी मजदूरों को उकसाया, जिसकी वजह से मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर मंगलवार की शाम जन सैलाब उमड़ पड़ा और फिर स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी।

कोरोना के चलते लॉकडाउन के बीच गुमराह किए जाने पर मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्य जाने के लिए इकट्ठा हुए। इन लोगों को यहां से हटने के लिए कहा गया लेकिन इनके अड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में किया गया। इस भीड़ को उकसाने के आरोप में ही विनय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

माना जा रहा है कि कई दिनों से प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर विनय एक तरह से अभियान चला रहा था। उसके फेसबुक और ट्विटर अकाउंट खंगालने पर पता चलता है कि वह कई दिनों से इससे संबंधित पोस्ट कर रहा था। 13 अप्रैल को विनय ने एक पोस्ट डाला, जिसमें उसने केंद्र और उत्तर भारत की राज्य सरकारों को चेतावनी दी कि अगर 18 अप्रैल तक दूसरे राज्यों के लोगों को घर पहुंचाने का प्रबंध नहीं हुआ तो वह देशव्यापी आंदोलन करेगा। 

इसके अलावा, एक दिन पहले विनय ने एक और वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह आरोप लगाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजदूरों की जिंदगी के बारे में बिना सोचे देश में लॉकडाउन का फैसला लिया है। विनय ने 14 अप्रैल के बाद रेलवे को चालू करने का आग्रह किया था, ताकि मजदूर अपने घरों को वापस लौट सकें। वीडियो में वह अपना नंबर भी शेयर करता है और लोगों को जाने के लिए इस पर सूचना देने की अपील करता है।

विनय के सोशल मीडिया अकाउंट से पता चलता है कि वह एक तरह से सामाजिक कार्यकर्ता है। ट्विटर पर उसके ट्वीट्स खंगालने से पता चलता है कि उसका राजनीतिक लोगों से अच्छे संपर्क हैं। उसने एक ट्वीट में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र सरकार को पिता द्वारा पूंजी दान किए जाने की सूचना दी है।

सोशल मीडिया पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, वह नवी मुंबई का रहने वाला है। वियन के फेसबुक अकाउंट से पता चलता है कि वह मोदी सरकार की नीतियों का आलोचक रहा है।

मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास जमा होने वाले लगभग 1000 प्रवासी मजदूरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बांद्रा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि श्रमिकों की पहचान की जा रही है। हमने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की है। हमने एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 और आईपीसी की धारा 143, 147, 149, 186 और 188 के तहत करीब 800 से 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

महाराष्ट्र पुलिस ने हजारों मजदूरों को गुमराह करने वाले आरोपी विनय के खिलाफ एपिडेमिक एक्ट (महामारी एक्ट) की धारा 3 और आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270 और 505 (2) के तहत  मामला दर्ज किया है। 

महाराष्ट्र में एक टीवी पत्रकार के खिलाफ उस खबर को लेकर एफआईआर दर्ज की गई जिसमें कहा गया था कि ट्रेन सेवाएं बहाल होंगी, जिसके कारण उपनगर बांद्रा में मंगलवार को प्रवासी कामगार उमड़ पड़े। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले के आरोपी राहुल कुलकर्णी को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस उसे मुंबई ला रही है।

उन्होंने बताया कि हाल ही में एक खबर में कुलकर्णी ने कहा था कि लॉकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों के लिए जन साधारण विशेष ट्रेनें बहाल होंगी। अधिकारी ने बताया कि उस पर आईपीसी की धारा 188, 269, 270 और 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अब महाराष्ट्र पुलिस को उन लोगों की तलाश है जो इन हजारों मजदूरों को गुमराह किया, जिसकी वजह से ये लोग बांद्रा स्टेशन पर आए थे। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर किसने यह अफवाह फैलाई कि ट्रेन चलने जा रही है। एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 और आईपीसी की धारा 143, 147, 149, 186 और 188 के तहत करीब 800 से 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

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