पटना के फतुहा में ठनका गिरने से एक गर्भवती महिला समेत 4 लोगों की मौत

पटना,                   पटना के फतुहा प्रखंड में शुक्रवार को ठनका गिरने से एक गर्भवती महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई। मृतक चारों पश्चिम बंगाल के पुरलिया के रहने वाले हैं। फतुहा स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक के पूर्वी छोर के समीप ठनका गिरने से चार लोगों की झुलस कर मौत हो गई। वहीं हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। गंभीर रूप से घायल सभी लोगों को इलाज के लिए फतुहा पीएचसी में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने इलाज के क्रम में चार लोगों को मृत घोषित कर दिया।

मृतकों की पहचान कौशल देवी 25 वर्ष, सरस्वती कुमारी 9 वर्ष, यमुना सिंह 50 वर्ष और कन्हैया सिंह 18 वर्ष के रूप में की गई है। वहीं घायलों की पहचान माला देवी 30 वर्ष और भोला कुमार 14 वर्ष के रूप में की गई है। मृतका कौशल देवी गर्भवती बताई जाती है। वहीं मृतक यमुना सिंह और कन्हैया सिंह आपस में पिता-पुत्र बताए जाते हैं।

जानकारी के अनुसार फतुहा रेलवे स्टेशन के चार नंबर प्लेटफार्म पर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के लगभग 50 लोग पिछले एक महीने से खानाबदोश की तरह रह रहे हैं। अपने परिजनों के साथ सभी प्लेटफार्म पर ही गुजारा कर रहे हैं। शुक्रवार को रोज की तरह वे पेड़ के नीचे बैठ कर खाना पका रहे थे। इसी दौरान वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आने से गर्भवती महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई।

बताया जाता है कि सभी लोग आर्टिफिशियल फूल का निर्माण कर उसे बाजारों में बेचने का काम करते थे। शुक्रवार दोपहर सभी मजदूर आर्टिफिशियल फूल के निर्माण में जुटे थे। इसी दौरान हुए बारिश के साथ अचानक से ठनका गिर पड़ा। इसकी चपेट में आने से चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अचानक से हुए इस हादसे से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। तत्काल स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए फतुहा पीएचसी में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने 4 लोगों को मृत घोषित कर दिया। फतुहा पीएचसी प्रभारी डॉ. एसएस राय ने सभी चार मौतों की पुष्टि की है।

वहीं राज्य में शनिवार की शाम तक मानसून दस्तक देगा। यह राज्य के पूर्वी भाग से सूबे में प्रवेश करेगा। इसके बाद अगले तीन दिनों तक झमाझम बरसेगा। इस दौरान 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा बह सकती है। एक-दो जगहों पर भारी बारिश के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विवेक सिन्हा ने शुक्रवार की दोपहर प्रेस कांफ्रेस कर बताया कि शुक्रवार या शनिवार को सूबे में मानसून के प्रवेश की संभावना जताई गई थी लेकिन शुक्रवार को मानसून के मानक के अनुकूल बारिश नहीं हो सकी। यह पूर्व मानसून की बारिश थी। हालांकि शनिवार को मानसून के सूबे में दस्तक देने के प्रबल आसार हैं। यह बिहार की ओर झारखंड के रास्ते अगले कुछ घंटे में आगे बढ़ेगा।

निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि सूबे में अगले 24 से 48 घंटे तक वज्रपात की आशंका है। लोगों को सचेत रहने की चेतावनी जारी की गई है। मानसून के प्रसार होने पर वज्रपात की तीव्रता कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जून में सूबे में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। जुलाई में बारिश की स्थिति को लेकर इस महीने के अंत में पूर्वानुमान जारी किया जाएगा।

मौसम विज्ञानी चंदन कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में राज्य में कई जगह प्री मानसून की बारिश दर्ज की गई है। इनमें इटाढी और सिसवन में 70 मिमी, बेलहर में 60 मिमी, अधवारा में 50 मिमी, सूर्यगढ़ा में 40 मिमी, शेरघाटी, तारापुर और दिनारा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से बताया गया कि मानसून के आगमन के साथ ही राज्य भर में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होगी।

मौसमविदों ने बताया कि बागडोगरा में मानसून का आगमन समय से दो से तीन दिन पूर्व हुआ लेकिन वहां आकर 24 से 48 घंटों के लिए ठिठक गया था। लेकिन बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बने प्रभावी चक्रवाती परिसंचरण और राज्य भर में सतह से नौ किमी ऊपर तक पूर्वा हवा का प्रभाव बनने से राज्य में मानसून के आगमन की राह तैयार हुई है। ये दोनों परिस्थितियां मानसून की धारा को उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ाएंगी और समय से पूर्व 12 जून को सूबे में मानसून की दस्तक होगी। 13 जून को यह राज्य के कुछ भागों में प्रसार पाएगा। मौसमविदों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती परिसंचरण अगले 24 घंटे में और भी प्रभावी हो सकता है, जिससे राज्य में 13 जून को बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है और कुछ जगहों पर भारी बारिश की स्थिति भी बन सकती है। 15 जून तक सूबे में बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।

 

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