हरियाणा के महेंद्रगढ़ में बच्चों को स्कूल ले जा रही बस पलटने से 8 बच्चों की मौत

महेंद्रगढ़,               हरियाणा के महेंद्रगढ़ में गुरुवार सुबह उन्हानी गांव में बच्चों को स्कूल ले जा रही पलट गई। इस हादसे में 8 बच्चों की मौत की खबर सामने आ रही है। वहीं कई बच्चे घायल बताए जा रहे है। दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि बस पलटते ही स्कूली बच्चे बस के शीशों में से बाहर निकल कर गिर गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने क्रेन की मदद से बस को सीधा करवाया। हादसे कैसे हुआ उसकी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि बस में कुल 45 बच्चे थे और 37 घायल हैं। जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की यह स्कूल बस सेहलंग, झाड़ली, धनौंदा, से कनीना की ओर बच्चों को लेकर आ रहे थे।

जानकारी के अनुसार, ईद की सरकारी छुट्टी के बावजूद महेंद्रगढ़ के जीएल पब्लिक स्कूल आज खुला था। बच्चे स्कूल बस में सवार होकर स्कूल जा रहे थे। जैसे ही बस उन्हानी गांव पहुंची तो स्कूल का बस चालक चलती बस से कूद गया और बस एक पेड़ से टकराकर पलट गई। इस हादसे में कई बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां 8 बच्चों की मौत की खबर है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस , प्रशासन और बच्चों के माता पिता भी घटना स्थल पर पहुंचे। फिलहाल घायल बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस का कहना है कि उपचार प्राथमिकता है और उसके बाद पूरे मामले की जांच की जाएगी।

इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में बच्चे खून से लथपथ हालत में सड़क पर गिरे हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं लोग इन बच्चों को उठाकर इलाज के अस्पताल ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पुलिस का कहना है कि महेंद्रगढ़ के कस्बा कनीना में स्थित जीएल पब्लिक स्कूल की बस गुरुवार सुबह बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। गांव उन्हानी के पास स्कूल बस ओवरटेक करते हुए अचानक पलट गई। इस दौरान जोरदार धमाका हुआ और चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना पर लोग भी मौके पर इकट्ठे हो गए। घटना स्थल पर मौजूद लोगों की माने तो बस ड्राइवर ने शराब पी रखी थी जिसके कारण यह हादसा हुआ है कई बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं। आज ईद पर सभी सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में छुट्टियां है। उसके बाद भी प्राइवेट स्कूल ने छुट्टी नहीं की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चालक बस से कूद गया। इसके बाद बस का पिछला हिस्सा पेड़ से टकरा गया। इस कारण बस पलट गई। बस की गति तेज होने की वजह से कुछ बच्चे शीशे तोड़ते हुए बाहर निकल कर गिए गए। करीब दस बच्चों की हालत गंभीर है और सभी 45 बच्चे घायल हैं। सेहलंग के ग्रामीणों ने बस चालक को शराब पिए हुए देखकर रोकने का प्रयास भी किया था, लेकिन वह नहीं रूका। घटना में आठ बच्चों की मौत हुई है। मृतकों में अधिकांश बच्चे गांव धनौंदा के रहने वाले हैं।

जैसे ही बस पलटी तो हादसे के साथ ही त्राहि-त्राहि मच गई। हर कोई बच्चों को संभालने में जुटा था। आस-पास के लोग भी एकत्रित हो गए और उन्होंने बच्चों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना दे दी गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर अर्थमूअर मशीन की सहायता से बस को उठाया और पुलिस थाने में ले गई।

घायलों का हाल जानने के लिए विधायक सीताराम यादव, पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव और सीएमओ डा. रमेश आर्य भी अस्पताल में पहुंचे हैं। इस पर यहां पर मौजूद लोगों ने जाम लगाकर हंगामा करना शुरू दिया। लोगों ने स्कूल संचालकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

जीएल पब्लिक स्कूल कनीना के प्रबंधन से जुड़े लोगों को पता था कि ड्राइवर शराब पीने का लती है। इसके बाद भी बस की चाबी सौंप दी।यदि प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी समझता तो हादसे में छह बच्चों की जान नहीं जाती और 37 बच्चे घायल नहीं होते। इस घटना के लिए स्कूल प्रबंधन से लेकर आरटीए भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। वह भी आंख बंद किए बैठे रहे और नियमों को ताक पर रख मौत की बस सड़क पर दौड़ती रही। घटना के बाद स्कूल संचालक ने अपने मोबाइल का स्विच बंद कर लिया है। अधिकारी भी जांच की बात कह कुछ कहने से बच रहे हैं।

धनौदा और झाड़ली गांव में बच्चों के लेने से पहले ड्राइवर गांव खेड़ी पहुंचा था। ग्रामीण अशोक तथा सुनील ने बताया कि वह ड्राइवर ठीक से बात भी नहीं कर पा रहा था। कुछ युवकों ने उससे चाबी भी छीन ली थी।

हरियाणा के परिवहन मंत्री असीम गोयल का कहना है ने कहा है कि एक उच्च स्तरीय समिति घटना की जांच करेगी। स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। मार्च में अधूरे कागजात के कारण इस स्कूल बस पर 15000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इस मामले में स्कूल की लापरवाही स्पष्ट है। मैंने राज्य में सभी स्कूली वाहनों का फिटनेस परीक्षण कराने का आदेश दिया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कनीना स्कूल बस हादसे की जानकारी लेते हुए डिप्टी कमिश्नर (महेंद्रगढ़) से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिश्नर को फोन के माध्यम से यह आदेश दिए कि घायलों के इलाज के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी उपायुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि इस पूरे दुर्घटना के लिए जो भी ज़िम्मेदार है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को पूरी मुस्तैदी से काम करने के दिशा निर्देश दिए।

बता दें हादसे के बाद बाद पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांध, पूर्व सीएम मनोहर लाल, विपक्ष के भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा आदि नेताओं ने अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर घटना को लेकर शोक प्रकट किया। साथ ही उचित न्याय की मांग की है।

 

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